जिस समय यूपी के विधानसभा चुनाव में मतदान चल रहा था, ओपिनियन पोल और एक्ज़िट पोल पर रोक थी, तब एक दिन टीवी देखने वाले चौंक गए।
NDTV कंपनी के मालिक प्रणय रॉय 5 मार्च को बता रहे थे कि यूपी में बीजेपी जीत रही है। सबको लगा कि यह कौन सा ओपिनियन पोल आ गया। कार्यक्रम के अंत में धीरे से बताया गया कि यह एहसास उन्हें लोगों से बातचीत करने के बाद हुआ।
चुनाव के बीच यह कार्यक्रम सीधे तौर पर मतदान को प्रभावित करने के लिए किया गया।
बीजेपी और उसकी सैकड़ों-हज़ारों सच्ची-फ़र्ज़ी साइटें और 25-25 लाख फ़ॉलोवर वाले सैकड़ों पेज इस खबर को ले उड़े कि बीजेपी के प्रचंड विरोधी प्रणय रॉय ने भी हार मान ली है। बीजेपी ने इसे ख़ूब भुनाया।
चुनाव के दौरान NDTV जैसी हरकत घोषित तौर पर बीजेपी समर्थक ज़ी न्यूज, ABP न्यूज, आज तक, रजत शर्मा और इंडिया न्यूज ने भी नहीं की।
जबकि कुछ दिन पहले ही मोदी सरकार में NDTV पर एक दिन के बैन की घोषणा की थी।
मुझे तो नहीं समझ आ रहा है कि सरकार और NDTV के बीच क्या चल रहा है।
इस कंपनी की साइट पर आप पाएँगे कि कई वर्षों से यह कंपनी भारी क़र्ज़ और घाटे में है। टॉप लाइन और बॉटम लाइन दोनों ख़राब है।
टीआरपी के मामले में इस कंपनी के सभी चैनल सबसे नीचे हैं। माल्या के साथ मिलकर खोला गया चैनल NDTV लाइफ़स्टाइल बंद हो चुका है। इसका बिज़नेस चैनल NDTV प्रॉफिट इसी महीने बंद हो रहा है।
मुमकिन है कि यह कंपनी कुछ बड़े कॉरपोरेट जैसे अंबानी, ओसवाल और जिंदल की दया पर चलती रही।
राडिया टेप नंबर # 132 में नीरा राडिया कहती हैं कि अंबानी ग्रुप को प्रणय रॉय की मदद करनी है। आप इसे सुन सकते हैं। यह टेप अब सुप्रीम के पास भी है।
मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा कि हो क्या रहा है।
किसी भी मामले को ज़्यादा गहराई से जानने का यही नुक़सान है।
मैं विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थक हूँ।
- दिलीप मंडल
NDTV कंपनी के मालिक प्रणय रॉय 5 मार्च को बता रहे थे कि यूपी में बीजेपी जीत रही है। सबको लगा कि यह कौन सा ओपिनियन पोल आ गया। कार्यक्रम के अंत में धीरे से बताया गया कि यह एहसास उन्हें लोगों से बातचीत करने के बाद हुआ।
चुनाव के बीच यह कार्यक्रम सीधे तौर पर मतदान को प्रभावित करने के लिए किया गया।
बीजेपी और उसकी सैकड़ों-हज़ारों सच्ची-फ़र्ज़ी साइटें और 25-25 लाख फ़ॉलोवर वाले सैकड़ों पेज इस खबर को ले उड़े कि बीजेपी के प्रचंड विरोधी प्रणय रॉय ने भी हार मान ली है। बीजेपी ने इसे ख़ूब भुनाया।
चुनाव के दौरान NDTV जैसी हरकत घोषित तौर पर बीजेपी समर्थक ज़ी न्यूज, ABP न्यूज, आज तक, रजत शर्मा और इंडिया न्यूज ने भी नहीं की।
जबकि कुछ दिन पहले ही मोदी सरकार में NDTV पर एक दिन के बैन की घोषणा की थी।
मुझे तो नहीं समझ आ रहा है कि सरकार और NDTV के बीच क्या चल रहा है।
इस कंपनी की साइट पर आप पाएँगे कि कई वर्षों से यह कंपनी भारी क़र्ज़ और घाटे में है। टॉप लाइन और बॉटम लाइन दोनों ख़राब है।
टीआरपी के मामले में इस कंपनी के सभी चैनल सबसे नीचे हैं। माल्या के साथ मिलकर खोला गया चैनल NDTV लाइफ़स्टाइल बंद हो चुका है। इसका बिज़नेस चैनल NDTV प्रॉफिट इसी महीने बंद हो रहा है।
मुमकिन है कि यह कंपनी कुछ बड़े कॉरपोरेट जैसे अंबानी, ओसवाल और जिंदल की दया पर चलती रही।
राडिया टेप नंबर # 132 में नीरा राडिया कहती हैं कि अंबानी ग्रुप को प्रणय रॉय की मदद करनी है। आप इसे सुन सकते हैं। यह टेप अब सुप्रीम के पास भी है।
मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा कि हो क्या रहा है।
किसी भी मामले को ज़्यादा गहराई से जानने का यही नुक़सान है।
मैं विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थक हूँ।
- दिलीप मंडल
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