By Vishal Sonara || 16 April 2018
कठुआ के रसाना गांव की रहने वाली आसिफा का जनवरी में सामूहिक दुष्कर्म के बाद कत्ल कर दिया गया था और अभी ही वो केस सोल्व हुआ तो उस मे ये तथ्य बहार आया था कि वो मंदिर मे सामुहिक दुष्कर्म का भोग बनी थी.
सांझी राम ने मासूम आसिफा के साथ गैंगरेप का खेल रचा है जोकि राजस्व विभाग का पूर्व अधिकारी है,उसके साथ उसका बेटा विशाल और नाबालिग भतीजा भी था. इस के अलावा स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) दीपक खजुरिया और सुरिंदर कुमार और अन्य कुछ पुलीस वालो के नाम भी है.
बच्ची का जब शव मीला था तब रसाना गांव के रहने वालो ने उसे दफनाने के लिए जमीन तक नही नसीब होने दि थी. आसिफा के घरवाले उसे वहीं पर दफनाना चाह रहे थे जहा पर आसिफा की मां दफन है. आसिफा की कब्र आधी खोदी जा चुकी थी कि तभी गांववाले आ गए और उन्होंने कहा कि वे बच्ची को यहां दफन नहीं करने देंगे. आसिफा के पिता ने यह जमीन दशक पहले गांववाले से खरीदी थी पर कागज नहीं बनवाए थे और इसलिए उन्हें जमीन वापिस लेने का मौका मिल गया. गांववालों ने कहा कि यह जमीन बकरवालों (आसिफा कि मुस्लीम मे जाति) की नहीं है. इतने वर्षों से आप लोग गैर कानूनी तरीके से अपने रिश्तेदारों को यहां दफन करते रहे हो.
जनवरी की ठंड और शाम 6 बजे का समय था. रिश्तेदारों ने बच्ची का शव उठाया और उसे रसाना से आठ किलोमीटर दूर कनाह गांव ले आए. वहां एक रिश्तेदार ने आसिफा की छोटी से कब्र के लिए अपनी जगह दी. तब जा कर आसिफा को दफनाया गया.