December 19, 2017

गुजरात चुनाव पर सबसे बेहतरीन विश्लेषण : Ram Riots and Reservation!

By Jitendra Makwana | 19 December 2017 at 01:18 


गुजरात के चुनाव मे शहरी क्षेत्रो मे से 85% सीटे भाजपा ने जीती.

चार प्रमुख शहरों - अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट की 55 में से भाजपा ने 44 सीटें जीत ली और कोंग्रेस ने सिर्फ 11 सीटें.   ( Deccan Herald) 
फिर एक बार सवर्ण गुजराती मतदाता ने यह साबित कर दिया है कि उनके लिए भारत में सरकार का चुनाव करने के लिए आर्थिक मापदंड कोइ माईने नही रखता. 

ये आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते है की व्यापारी वर्ग और सवर्ण मध्यम वर्ग को GST ,नोटबंधी या मोदी सरकार की दुसरी कोइ भी गलती से मतलब नही है. 

( यहा तक की नोटबंधी के तुरंत बाद सवर्ण और गरीब पीछडो ने उत्तरप्रदेश मे मोदी को वोट दिया था. )

वास्तव में शहरी सीटों में बीजेपी का वोट शेयर पिछले चुनावों की तुलना में इस बार 3-5% बढ़ा है.

अगर आप इन मे से किसी भी सवर्ण व्यापारी वर्ग को जाकर पुछेगे की व्यापार का क्या हाल है तो वो कहेंगे की GST और नोटबंधी के कारण कारोबार मे काफी गिरावट है.

लेकिन जब चुनाव और मतदान की बात आती है, तो ऊपरी जाति का वोट संघ और भाजपा के सीवा और कही भी नही पडता.

मगर आप ये हरगीझ न सोचे की ये वोटींग मोदि के कारण है.

उनका ये वोट आरक्षण और मुसलमानों के खिलाफ है.

वोह संघ या मोदी नहीं है जो दंगे चाहते है, लेकिन वोह उच्च जाति और मध्यम वर्ग गुजरात है जो बडी गहराई ये सब चाहते है.

मोदि और संध तो सिर्फ उन लोगो की सेवा कर रहे है जो ये सब चाहते है. 


उच्च जातियों का मानना है कि कांग्रेस का मतलब है आरक्षण और मुसलमान।

समझदार दलितों और मुसलमानों को पता है कि कांग्रेस का मतलब दलितो और मुसलमानों के लिए विकास शून्य परिस्थीती.

और बीजेपी ये सब भ्रम या गलतफहमी का राम, राओट्स (दंगे) और रीजर्वेशन के रुप मे लाभ ले लेती है.

Ram Riots and Reservation!



Original Texts :-

85 % urban seats won by BJP.

Of the 55 seats in four major urban cities - Ahmedabad, Surat, Vadodara and Rajkot - BJP has won 44 seats, with the Congress at a distant 11. ( Deccan Herald)

Once again upper caste Gujarati voter has proved that Economic performance will never ever be a measurement to elect a govt in India for them.

These data clearly show business class, upper caste middle class do not mind GST or demonetization or any mistakes of Modi Sarkar.

( Even after demonetization upper caste & poor backwards had voted for Modi in Uttar Pradesh.)

In fact in urban seats, BJP's vote share has increased by 3-5 % compared to the last election.

While if you go and meet any of these upper caste business class, they will say since GST and Demonetization business has slowed down significantly.

But when it comes to election and voting, Upper caste vote is only and only for Sangh and BJP agenda.

Please don't think it is for Modi.

The vote is against reservation and Muslims.

It is not Sangh or Modi who loves riots, but it is upper caste &middle-class Gujarat that loves it deeply.

Modi and Sangh are just serving people what they want.

Upper castes think Congress means Reservation and Muslims.

Wise Dalits and Muslims know congress means zero development for Dalit and Muslims.

And Bjp takes the benefit of this confusion or misunderstanding on the name of Ram, riots, and reservation

- Makwana Jitendra

(अंग्रेजी से हिन्दी रूपांतरण विशाल सोनारा )