May 12, 2017

आस्था के नाम पर आप अपने आप को कब तक धोखा देते रहोगे ??? : संजय पटेल

दोस्तों आप मेरी सीधी भाषा से तो समझते नहीं है क्योकि आप सभी को रामायण और महाभारत जैसी कहानी सुनने की आदत जो हो गयी है... तो आइये आज मैं भी आपको एक कहानी सुनाता हु शायद आपको समझ आ जाये... 

आस्था या अंधश्रद्धा !???

  एक नई नवेली दुल्हन जब ससुराल में आई तो प्रथा के अनुसार उसकी सास बोली बहु कल माता के मन्दिर में चलना है बहू ने पूछा सासुमाँ एक माँ जिसने मुझे जन्म दिया वो है और एक माँ आप हो और कोनसी माँ है ?

सास बढ़ी खुश हुई की मेरी बहू तो बहुत सीधी है सास ने कहा बेटा पास के मन्दिर में दुर्गा माता है... नयी दुल्हन को माता के दर्शन करवाने की प्रथा है तो कल सुबह हम चलेगे ।

सुबह होने पर दोनों एक साथ मन्दिर जाती है आगे सास पीछे बहु । मन्दिर के पटांगण में गाय और बछड़े की एक पत्थर की मूर्ति थी और उस मूर्ति में से दूध गिर रहा था उसे देखकर बहु ने कहा माजी देखो ये गाय का दुध ऐसे ही गिर रहा है और बछड़ा ऐसे ही खड़ा है मै बाल्टी लाती हूँ और दूध निकालेंगे सास ने अपने सिर पर हाथ पीटा की बहु तो पागल है और बोली बेटा ये पत्थर की मूर्ति है ये दूध नहीं दे सकती ये दूध नकली है सफ़ेद चुने का पानी है।
चलो मन्दिर में... जैसे ही प्रवेश किया तो एक शेर की मूर्ति दिखाई दी फिर बहू ने कहा माँ आगे मत जाओ ये शेर खा जायेगा सास को चिंता हुई की मेरे बेटे का तो भविष्य खराब हो गया और बोली बेटा पत्थर का शेर कैसे खायेगा चलो अंदर चलो.. मंदिर में प्रवेश करके सास बोली बेटा ये माता है और इससे मांग लो बहू ने कहा माँ ये तो पत्थर की है ये क्या दे सकती है ?
जब पत्थर की गाय दूध नही दे सकती... पत्थर का बछड़ा दूध नही पी सकता... पत्थर का शेर खा नही सकता तो ये पत्थर की मूर्ति क्या दे सकती है ?

अगर दे सकती है तो वो आप है... आप ही मेरी माँ है आप मुझे आशीर्वाद दीजिये तब सास की आँखे खुली अउर अपनी बहु को गले लगा लिया...
तो साथियो वो बहू पढ़ी लिखी थी क्या आप भी पढ़े लिखे है ???

"दुनिया में अगर कोई सबसे बड़ा धोखा है तो, वो है अपने आप को धोखा देना और आस्था के नाम पर आप अपने आप को कब तक धोखा देते रहोगे ???"

जागो दोस्तों जागो... अन्धविश्वास भगाओ... देश बचाओ...
- संजय पटेल
















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