May 29, 2017

आपका स्वार्थी गर्व और हमारा मानवतावादी गर्व : मनीश कुमार "मानस"

हमे अपने जाति और संस्कृति पर गर्व करने का अधिकार है ! हमारे पूर्वजों ने भारत को श्रमण संस्कृति का बेजोड़ तोहफा दिया ! 
हमारे पूर्वजों ने दुनिया को बौद्ध धम्म, जैन धर्म जैसे विज्ञानवादी विचार दिया !
हमारे वंशज बुद्ध और महावीर हुए, जिन्होने दुनिया को शांति, अहिंसा, करुणा, मैत्री और भाईचारा का पाठ पढ़ाया !
हमारे वंश मे सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, सम्राट कनिष्क, हर्ष वर्धन जैसे न्याय प्रिय शासक हुए, जिनकी शासन पद्धति लोकतंत्र पर आधारित थी !
भारत के समस्त दिशाओ मे शांति और सुख व्याप्त था !
तुम्हे अपने जाति और धर्म पर गर्व करने का कोई अधिकार नही ! तुम्हारे ब्राह्मणी संस्कृति ने देश को वर्ण व्यवस्था और जातिवादी प्रणाली के नरक मे धकेल दिया, सम्पूर्ण भारत को हजारों जाति मे बाँट दिया ! यहाँ तक अपने स्वार्थ के लिए तुम्हारे पंडितों ने भारत को अंधविश्वास मे फँसाया ! भारत मे विदेशी आक्रमणकारिओँ को बुलाकर गुलाम बनवाया ! मनुस्मृति लागू करवाकर मनुष्य को जानवर बनाकर रख दिया ! तुम्हारा इतिहास हार और विनाश के अतिरिक्त कुछ नही ! फिर किस बात का गर्व करते हो आर्य विदेशी !
- मनीश कुमार "मानस"




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