July 21, 2018

Sacred Games (Netflix) : अतापी-वतापी का दृष्टांत

By Vishal Sonara 



धर्मो का खेल समजाने के लिए Netflix की वेब सीरीज Sacred Games में हिन्दू मीथोलोजी में से एक बहोत बढीया दृष्टांत दिया गया है. 

फिल्म मे एक पात्र है "गुरुजी" नाम का एक पात्र अपने शीष्यो को प्रवचन दे रहा होता है. जो इस प्रकार है...
अतापी और वतापी दो दैत्य थे. अतापी किसी भी भटके हुए राहगीर को, बड़े प्रेम से अपने घर बुलाता. "आप आइये मेरे घर, शायद आपको भूख लगी है. मैं स्वादिष्ट भोजन ग्रहण कराऊंगा." राहगीर खुशी-खुशी आ जाते और इतने में इधर वतापी अपनी मायावी शक्तियों, राक्षशी शक्तियों का प्रयोग कर बकरे का रूप धारण कर लेता. अतिथि उस स्वादिष्ट बकरे का भोजन करके प्रसन्नचित हो जाता. और इतने में अतापी आवाज लगाता, " वतापी... वतापी!!!! बाहर आओ." और अचानक अतिथि का पेट फटता और एक मांस का लोथड़ा बाहर आ जाता. और राहगीर परलोक... और फिर दोनों भाई अतापी और वतापी खुशी के मारे झूम उठते, नाच उठते.
धर्मों का रूप यही है. राहगीर को प्रेम से घर बुलाओ, आदर समीत भोजन ग्रहण कराओ, फिर उसकी आत्मा पे कब्जा कर लो. यहूदी-मुसलमान, मुसलमान- ईसाई, हिन्दू-मुसलमान... सब... अतापी-वतापी है.


इस दृष्टांत से समजाने का प्रयास किया गया है की किस प्रकार धर्मो का उपयोग करके आम इंसान को अपने वश मे किया जाता है. जैसे " यहूदी-मुसलमान, मुसलमान- ईसाई, हिन्दू-मुसलमान". एक अतापी बन जाता है और दुसरा वतापी, फिर अतापी आम इंसान को बडे प्रेम से बुलाता है और वतापी नाम का खाना परोस देता है. बाद मे वतापी उस के पेट मे पहुंच जाने के बाद अतापी और वतापी मीलकर उस आम इंसान के आत्मा पर कब्जा कर लेते है. ये सब बाते चाहे कितनी भी पुरानी हो जाए पर राजनिती के लिए हंमेशा ही प्रासंगिक रहेगी.

- विशाल सोनारा
(Note : इस सीरीज मे बहोत ज्यादा न्युडीटी, गालियां और हिंसाचार है. देखना चाहते हो वह अपनी सुजबुझ से ही देखे.)


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